पुनर्जागरण (Renaissance) एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक क्रांति थी, जो यूरोप में मध्यकालीन अंधकार युग के अंत और आधुनिक युग की शुरुआत का संकेत देती है। इस लेख में हम BA History के दृष्टिकोण से इसके उत्पत्ति, विशेषताएँ, नगर राज्यों की भूमिका, मानवतावाद, कला पर प्रभाव आदि का विस्तृत अध्ययन करेंगे। यह विषय इतिहास की सबसे क्रांतिकारी अवधारणाओं में से एक है।
पुनर्जागरण प्रस्तावना
“Renaissance” एक फ्रांसीसी शब्द है जिसका अर्थ है “पुनर्जन्म”। यह आंदोलन 14वीं शताब्दी में इटली से शुरू हुआ और 17वीं शताब्दी तक पूरे यूरोप में फैल गया। यह आंदोलन सांस्कृतिक, बौद्धिक, वैज्ञानिक और कलात्मक क्षेत्र में गहरे परिवर्तन लाया, जिसने मध्यकालीन अंधकार युग से यूरोप को बाहर निकालकर आधुनिक युग की नींव रखी।
(i) उत्पत्ति (Origin of Renaissance)
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
- 476 ई. में पश्चिमी रोमन साम्राज्य के पतन के बाद यूरोप में अराजकता और धार्मिक कट्टरता का दौर शुरू हुआ।
- 5वीं से 14वीं शताब्दी तक का समय यूरोप में “मध्यकाल” या “Dark Age” के रूप में जाना गया।
पुनर्जागरण उत्पत्ति के प्रमुख कारण:
- क्रूसेड युद्ध (11वीं–13वीं शताब्दी) – ईसाइयों और मुसलमानों के बीच युद्धों ने पूर्व और पश्चिम के बीच सांस्कृतिक संपर्क को बढ़ाया।
- अरब विद्वानों का योगदान – उन्होंने प्राचीन यूनानी-रोमन ग्रंथों को संरक्षित किया।
- व्यापार और नगर राज्यों का विकास – इटली के फ्लोरेंस, वेनिस, मिलान जैसे नगरों में धन और बौद्धिक जागरूकता का प्रसार हुआ।
- मुद्रण कला का आविष्कार – 1450 में योहान गुटेनबर्ग ने छपाई मशीन बनाई जिससे पुस्तकों का प्रसार हुआ।
- Byzantine विद्वानों का इटली आगमन – 1453 में कॉन्स्टैंटिनोपल पर तुर्कों के आक्रमण के बाद अनेक विद्वान इटली पहुँचे।
(ii) विशेषताएँ (Features of Renaissance)
- मानवतावाद (Humanism) – ईश्वर की बजाय मनुष्य को चिंतन और रचना का केंद्र मानना।
- प्राचीन संस्कृति का पुनरुत्थान – यूनानी-रोमन कला, साहित्य, दर्शन का पुनः अध्ययन।
- वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास – तर्क, परीक्षण और अनुभव को प्राथमिकता।
- व्यक्तिवाद (Individualism) – व्यक्ति की पहचान, स्वतंत्रता और सोच को महत्व।
- कला व साहित्य में यथार्थवाद (Realism) – सजीव चित्रण, मानव आकृतियों की सटीकता, प्रकृति का सचित्र वर्णन।
- धर्म और चर्च की आलोचना – धार्मिक कट्टरता और अंधविश्वास का विरोध।
(iii) पुनर्जागरण का प्रसार (Spread of Renaissance)
| देश | प्रमुख व्यक्ति | योगदान |
|---|---|---|
| इटली | पेट्रार्क, लियोनार्डो | पुनर्जागरण की जन्मभूमि |
| इंग्लैंड | विलियम शेक्सपियर, मोर | साहित्य और मानवतावाद |
| जर्मनी | गुटेनबर्ग, ड्यूरर | मुद्रण कला, चित्रकला |
| फ्रांस | मोंटेन, रैबले | साहित्य और दर्शन |
| नीदरलैंड | एरास्मस | धार्मिक आलोचना, मानवतावाद |
पुस्तकों के छपने, शासकों के संरक्षण, विद्वानों के प्रव्रजन और व्यापार के माध्यम से यह आंदोलन पूरे यूरोप में फैल गया।
(iv) नगर-राज्यों की भूमिका (Role of City-States)
इटली के नगर राज्य – फ्लोरेंस, वेनिस, मिलान, रोम आदि – पुनर्जागरण के केंद्र बने।
- फ्लोरेंस – मेडिची परिवार का संरक्षण, कलाकारों और विद्वानों को बढ़ावा।
- वेनिस – पूर्वी व्यापार का केंद्र, सांस्कृतिक समृद्धि।
- मिलान – विज्ञान, वास्तुकला, हथियार निर्माण।
- रोम – पोप का धार्मिक और कलात्मक संरक्षण।
नगर राज्यों में धन, व्यापार और स्वतंत्रता का समन्वय था जिसने पुनर्जागरण के लिए उपयुक्त वातावरण तैयार किया।
(v) मानवतावाद और उसका प्रसार (Humanism and Its Spread)
परिभाषा:
मानवतावाद एक बौद्धिक आंदोलन था जिसमें मनुष्य को सृष्टि का केंद्र माना गया और उसके ज्ञान, तर्क, नैतिकता तथा सौंदर्यबोध को प्राथमिकता दी गई।
प्रमुख मानवतावादी विचारक:
| नाम | देश | प्रमुख योगदान |
|---|---|---|
| पेट्रार्क | इटली | मानवतावाद के जनक, लैटिन ग्रंथों का अध्ययन |
| दांते | इटली | Divine Comedy के रचयिता |
| बोक्काचियो | इटली | Decameron – मानवीय अनुभवों पर आधारित |
| एरास्मस | नीदरलैंड | चर्च की आलोचना, नैतिक शिक्षा |
| थॉमस मोर | इंग्लैंड | Utopia – आदर्श समाज की परिकल्पना |
मानवतावाद ने शिक्षा, दर्शन, कला, साहित्य तथा विज्ञान में बुनियादी बदलाव लाए और चर्च के प्रभुत्व को चुनौती दी।
(vi) कला और वास्तुकला पर प्रभाव (Impact on Art and Architecture)
चित्रकला की विशेषताएँ:
- मानव आकृति का यथार्थ चित्रण
- गहराई और परिप्रेक्ष्य (Perspective) का प्रयोग
- धार्मिक विषयों के साथ सांसारिक विषयों की प्रस्तुति
प्रमुख चित्रकार: पुनर्जागरण
| नाम | प्रसिद्ध कृतियाँ |
|---|---|
| लिओनार्डो दा विंची | मोनालिसा, द लास्ट सपर |
| माइकल एंजेलो | डेविड की मूर्ति, सिस्टीन चैपल की छत |
| राफेल | स्कूल ऑफ एथेंस |
वास्तुकला: पुनर्जागरण
- गोल गुंबद, खंभों, संतुलन और समरूपता पर आधारित भवन
- रोमन और यूनानी स्थापत्य शैलियों का पुनरुत्थान
- प्रमुख वास्तुकार: ब्रुनेलेस्की, एल्बर्टी
विज्ञान और तकनीक में योगदान
| क्षेत्र | प्रमुख व्यक्ति | योगदान |
|---|---|---|
| खगोल विज्ञान | कोपरनिकस | सूर्य केंद्रित ब्रह्मांड सिद्धांत (Heliocentric) |
| भौतिकी/खगोल | गैलीलियो गैलिली | दूरबीन का निर्माण, पिंडों की गति का अध्ययन |
| शरीर विज्ञान | वेसालियस | मानव शरीर की रचना पर अनुसंधान |
| गणित | केप्लर | ग्रहों की कक्षाएँ, गणितीय व्याख्या |
प्रमुख तिथियाँ
| वर्ष | घटना |
|---|---|
| 1450 | गुटेनबर्ग द्वारा मुद्रण प्रेस का आविष्कार |
| 1453 | कॉन्स्टैंटिनोपल पर तुर्कों का अधिकार |
| 1478 | लियोनार्डो दा विंची का जन्म |
| 1508–12 | माइकल एंजेलो द्वारा सिस्टीन चैपल की छत पर चित्रण |
| 1516 | थॉमस मोर की कृति Utopia का प्रकाशन |
निष्कर्ष
पुनर्जागरण केवल एक सांस्कृतिक आंदोलन नहीं था, बल्कि यह एक व्यापक बौद्धिक और सामाजिक क्रांति थी। इसने यूरोप को मध्ययुगीन धार्मिक बंधनों से मुक्त कर तर्क, स्वतंत्रता, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और मानवीय मूल्यों की ओर अग्रसर किया। इस युग ने आधुनिक युग की नींव रखी, जिससे बाद में धार्मिक सुधार आंदोलन, वैज्ञानिक क्रांति और औद्योगिक क्रांति जैसी ऐतिहासिक घटनाएँ उत्पन्न हुईं।
FAQs Section (Top 5 FAQs)
Q1. पुनर्जागरण (Renaissance) किस देश में शुरू हुआ?
A1. पुनर्जागरण की शुरुआत इटली के फ्लोरेंस नगर से हुई थी।
Q2. पुनर्जागरण के मुख्य कारण क्या थे?
A2. व्यापार, क्रूसेड युद्ध, मुद्रण कला का आविष्कार, अरबी विद्वानों का योगदान आदि इसके प्रमुख कारण थे।
Q3. मानवतावाद क्या है?
A3. मानवतावाद वह विचार है जिसमें मनुष्य को सृष्टि का केंद्र माना गया और उसके ज्ञान व स्वतंत्रता को प्राथमिकता दी गई।
Q4. पुनर्जागरण काल के प्रमुख कलाकार कौन थे?
A4. लिओनार्डो दा विंची, माइकल एंजेलो, राफेल आदि।
Q5. पुनर्जागरण ने यूरोप पर क्या प्रभाव डाला?
A5. इसने धार्मिक कट्टरता को चुनौती दी, वैज्ञानिक सोच और कला के विकास को बढ़ावा दिया।
पुनर्जागरण ने यूरोप की सोच, जीवनशैली, विज्ञान और कला को नई दिशा दी। यह सिर्फ एक सांस्कृतिक आंदोलन नहीं था, बल्कि मानव विकास की नींव था। यदि आप BA History या अन्य इतिहास पाठ्यक्रमों की तैयारी कर रहे हैं, तो यह Notes आपके लिए अत्यंत उपयोगी हैं। इसी तरह के अन्य Notes और MCQs के लिए आप हमारे साइट jpathshala.com पर विज़िट कर सकते हैं।