Class 10 History Ch 4 Notes | औद्योगिकीकरण का युग

Class 10 History Ch 4 Notes: परिचय कक्षा 10 इतिहास का अध्याय 4 – “औद्योगिकीकरण का युग” (The Age of Industrialisation) यह समझाता है कि कैसे उद्योगों के विकास ने विश्व को बदल दिया। इस अध्याय में हम जानेंगे कि यूरोप में औद्योगिक क्रांति कैसे शुरू हुई, भारत पर इसका क्या प्रभाव पड़ा और किस तरह पारंपरिक हस्तशिल्प से आधुनिक कारखाना आधारित उत्पादन की ओर बदलाव आया।

मुख्य बिंदु (Class 10 History Ch 4 Notes in Hindi)

1. औद्योगिकीकरण से पहले की दुनिया

  • औद्योगिक क्रांति से पहले उत्पादन का बड़ा हिस्सा हस्तशिल्प (Handicrafts) पर आधारित था।
  • इंग्लैंड में व्यापारी ग्रामीण कारीगरों से काम करवाते थे।
  • महिलाएँ और किसान भी कपड़ा बुनने जैसे काम करते थे।

2. मशीनों का आगमन और उद्योगों की शुरुआत

  • 18वीं शताब्दी के अंत में नई मशीनों का प्रयोग शुरू हुआ।
  • कॉटन टेक्सटाइल उद्योग (Cotton Textile Industry) सबसे पहले विकसित हुआ।
  • जेम्स वाट (James Watt) ने स्टीम इंजन का सुधार किया जिससे मशीनें और तेज़ी से काम करने लगीं।
  • उद्योगों के केंद्र जैसे मैनचेस्टर और लिवरपूल इंग्लैंड में प्रमुख बने।

3. भारत और औद्योगिकीकरण

  • औद्योगिक क्रांति के समय भारत हस्तनिर्मित वस्त्रों के लिए प्रसिद्ध था।
  • इंग्लैंड के व्यापारी भारत से कपड़ा आयात करते थे।
  • 19वीं शताब्दी में इंग्लैंड की मशीन से बनी चीज़ें भारत में आ गईं जिससे भारतीय कारीगरों का काम प्रभावित हुआ।
  • 1854 में भारत में पहला कपड़ा मिल (Cotton Mill) मुंबई में स्थापित हुई।
  • धीरे-धीरे भारत में जूट उद्योग (कोलकाता) और लोहा-इस्पात उद्योग (टाटा, जमशेदपुर) भी विकसित हुए।

4. मजदूर और काम करने की परिस्थितियाँ

  • शुरुआती दौर में मजदूरों को बेहद कठिन परिस्थितियों में काम करना पड़ता था।
  • काम के घंटे लंबे और मजदूरी बहुत कम थी।
  • बच्चों और महिलाओं को भी काम पर लगाया जाता था।
  • बाद में मजदूरों ने संगठित होकर ट्रेड यूनियन बनाईं और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष किया।

5. औद्योगिकीकरण के प्रभाव

  • उत्पादन तेज़ और सस्ता हुआ।
  • पारंपरिक कारीगर बेरोजगार होने लगे।
  • नए शहर और औद्योगिक क्षेत्र विकसित हुए।
  • सामाजिक और आर्थिक जीवन में बड़े बदलाव आए।

Class 10 History Ch 4 Important Questions

प्रश्न 1. औद्योगिक क्रांति क्या थी और यह सबसे पहले कहाँ शुरू हुई? इसके मुख्य कारण लिखिए।
उत्तर: औद्योगिक क्रांति एक ऐसा दौर था जब हाथ से उत्पादन की जगह मशीनों और कारखानों ने ले ली। यह सबसे पहले इंग्लैंड में 18वीं शताब्दी के अंत में शुरू हुई।
मुख्य कारण थे –

  1. इंग्लैंड में प्राकृतिक संसाधनों (कोयला और लोहा) की प्रचुरता।
  2. समुद्री व्यापार से धन की प्रचुर उपलब्धता।
  3. उपनिवेशों से कच्चा माल और बाजार मिलना।
  4. वैज्ञानिक आविष्कार जैसे स्टीम इंजन, कताई-बुनाई की मशीनें।
  5. इंग्लैंड में राजनीतिक स्थिरता और पूँजी निवेश की सुविधा।

प्रश्न 2. औद्योगिकीकरण से पहले इंग्लैंड और भारत में उत्पादन प्रणाली कैसी थी?
उत्तर:
औद्योगिकीकरण से पहले उत्पादन प्रणाली मुख्यतः हस्तशिल्प और घरेलू उद्योगों पर आधारित थी।

  • इंग्लैंड में व्यापारी ग्रामीण कारीगरों से घर पर सामान बनवाते थे।
  • भारत में बुनाई, छपाई और सिलाई के काम मशहूर थे। खासकर भारतीय कपास के कपड़े (Cotton Textiles) विश्वभर में प्रसिद्ध थे।
  • महिलाएँ और किसान भी खेती के अलावा बुनाई जैसे काम में योगदान देते थे।
    इस प्रकार उत्पादन छोटे स्तर पर, सीमित मात्रा में और श्रम पर आधारित था।

प्रश्न 3. स्टीम इंजन के आविष्कार और सुधार का उद्योगों पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
स्टीम इंजन का आविष्कार जेम्स वाट ने 18वीं शताब्दी में किया और उसमें सुधार किया। इसका उद्योगों पर गहरा प्रभाव पड़ा –

  1. मशीनें अब तेजी से चलने लगीं।
  2. कपड़ा उद्योग में उत्पादन कई गुना बढ़ गया।
  3. कोयला और लोहे का प्रयोग बढ़ा जिससे भारी उद्योग विकसित हुए।
  4. परिवहन (रेल और जहाज) तेज हुआ, जिससे व्यापार बढ़ा।
  5. स्टीम इंजन औद्योगिकीकरण का आधार बना और इसे “Industrial Revolution का हृदय” कहा गया।

प्रश्न 4. भारत पर औद्योगिकीकरण का क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
भारत पर औद्योगिकीकरण के सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव पड़े –

  • नकारात्मक प्रभाव:
  1. इंग्लैंड से मशीनों से बने कपड़े भारत में आने लगे।
  2. भारतीय बुनकर बेरोजगार हो गए।
  3. पारंपरिक हस्तशिल्प और शिल्पकला का पतन हुआ।
  • सकारात्मक प्रभाव:
  1. भारत में आधुनिक उद्योगों की नींव पड़ी।
  2. 1854 में मुंबई में पहला कपड़ा मिल स्थापित हुआ।
  3. कोलकाता में जूट उद्योग और जमशेदपुर में इस्पात उद्योग विकसित हुए।

प्रश्न 5. मजदूर वर्ग की स्थिति औद्योगिक क्रांति के समय कैसी थी?
उत्तर:
मजदूरों की स्थिति अत्यंत दयनीय थी।

  1. मजदूरों को बहुत लंबे समय (12-16 घंटे) तक काम करना पड़ता था।
  2. मजदूरी बहुत कम मिलती थी।
  3. बच्चे और महिलाएँ भी कठिन परिस्थितियों में काम करते थे।
  4. काम करने की जगह गंदी और असुरक्षित थी।
  5. बीमारी और दुर्घटनाएँ आम थीं।
    बाद में मजदूरों ने अपने अधिकारों के लिए संघर्ष किया और ट्रेड यूनियन बनाईं।

Class 10 History Ch 4 Important Questions

प्रश्न 6. औद्योगिकीकरण से पारंपरिक कारीगर और बुनकर कैसे प्रभावित हुए?
उत्तर:
औद्योगिकीकरण का सबसे बुरा प्रभाव पारंपरिक कारीगरों और बुनकरों पर पड़ा।

  1. भारत के कारीगर पहले यूरोप और एशिया में कपड़े निर्यात करते थे।
  2. इंग्लैंड की मशीनों से बना कपड़ा सस्ता और अधिक मात्रा में मिलने लगा।
  3. भारतीय बुनकरों के हाथ से बने कपड़े बिकना बंद हो गए।
  4. बहुत से कारीगरों को खेती या मज़दूरी करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
    इस प्रकार पारंपरिक उद्योग धीरे-धीरे नष्ट हो गए।

प्रश्न 7. भारत में आधुनिक उद्योगों की शुरुआत कैसे हुई?
उत्तर:
भारत में आधुनिक उद्योगों की शुरुआत 19वीं शताब्दी में हुई।

  1. 1854 में मुंबई में पहला कपड़ा मिल शुरू हुआ।
  2. कोलकाता में जूट उद्योग का विकास हुआ।
  3. अहमदाबाद कपड़ा उद्योग का केंद्र बना।
  4. 20वीं शताब्दी में जमशेदजी टाटा ने जमशेदपुर में इस्पात उद्योग स्थापित किया।
  5. रेलवे और परिवहन के विस्तार से उद्योगों को बढ़ावा मिला।

प्रश्न 8. औद्योगिकीकरण का समाज पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
औद्योगिकीकरण ने समाज को पूरी तरह बदल दिया।

  1. गाँव से लोग शहरों में काम की तलाश में आने लगे।
  2. नए शहर और औद्योगिक क्षेत्र विकसित हुए।
  3. मजदूर वर्ग और पूँजीपति वर्ग के बीच असमानता बढ़ी।
  4. सामाजिक सुधार आंदोलनों को गति मिली।
  5. शिक्षा और तकनीकी प्रशिक्षण पर ज़ोर बढ़ा।

प्रश्न 9. औद्योगिकीकरण के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों की तुलना कीजिए।
उत्तर:

  • सकारात्मक प्रभाव:
  1. उत्पादन तेज़ और सस्ता हुआ।
  2. व्यापार और परिवहन में सुधार हुआ।
  3. नए उद्योग, शहर और रोजगार के अवसर पैदा हुए।
  • नकारात्मक प्रभाव:
  1. पारंपरिक हस्तशिल्प का पतन हुआ।
  2. मजदूरों का शोषण हुआ।
  3. सामाजिक असमानता और गरीबी बढ़ी।
  4. पर्यावरण पर बुरा असर पड़ा।

प्रश्न 10. औद्योगिकीकरण के दौर में भारत में राष्ट्रवाद कैसे विकसित हुआ?
उत्तर:

  1. औद्योगिकीकरण से भारतीय कारीगरों की बेरोजगारी बढ़ी जिससे असंतोष फैला।
  2. भारतीय उद्योगपतियों ने विदेशी सामान के बहिष्कार का समर्थन किया।
  3. स्वदेशी आंदोलन के दौरान भारतीय वस्तुओं के प्रयोग पर ज़ोर दिया गया।
  4. मजदूरों और उद्योगपतियों ने मिलकर आज़ादी की लड़ाई में योगदान दिया।
  5. इस तरह औद्योगिकीकरण ने भारतीय समाज को एकजुट किया और राष्ट्रवाद को बढ़ावा दिया।

निष्कर्ष

Class 10 History Chapter 4 “औद्योगिकीकरण का युग” यह सिखाता है कि उद्योगों के विकास ने कैसे पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था और समाज को बदल दिया। मशीनों और फैक्टरियों ने उत्पादन में क्रांति लाई, लेकिन साथ ही मजदूरों की कठिनाइयाँ और पारंपरिक हस्तशिल्प का पतन भी हुआ।

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